10th Ke Baad Doctor Kaise Bane – 10वीं पास कर चुके हैं तो ऐसे बने डॉक्टर

10th Ke Baad Doctor Kaise Bane: बचपन से हर बच्चे की एक ही ख्वाहिश होती है कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बने। यहां तक की खेल खिलौने में भी बच्चे अक्सर डॉक्टर के ही उपकरण को खरीदने की चाहत रखता है। यदि आपका बच्चा भविष्य में एक बेहतरीन डॉक्टर बनना चाहता है तो उसे शुरुआती समय से ही काफी परिश्रम करने की आवश्यकता होती है।

10th Ke Baad Doctor Kaise Bane

डॉक्टर बनने के लिए सर्वप्रथम दसवीं कक्षा में काफी कड़ी मेहनत करनी होती है। 10th के बाद ऐसा कोई भी कोर्स नहीं होता जिससे करके बच्चे डायरेक्ट डॉक्टर बन सकते हैं।

डॉक्टर बनने के लिए सर्वप्रथम छात्रों को 11वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी जैसे विषयों का चुनाव करना होगा। 12वीं कक्षा में अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण होने के बाद छात्रों किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए एंट्रेंस के लिए तैयारी करनी होती है।

मेडिकल में प्रवेश देने के लिए प्रारंभिक परीक्षा

आवेदक को मेडिकल में दाखिला लेने के लिए NEET की परीक्षा यानी कि नेशनल एजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट की परीक्षा की तैयारी करनी होती है। नीट की परीक्षा उत्तीर्ण किए बिना मेडिकल कॉलेज में दाखिला असंभव है।

NEET परीक्षा में आवेदन देने की योग्यता तथा प्रक्रिया का स्वरूप

NEET की परीक्षा काफी ज्यादा कठिन होती है । इसमें उत्तीर्ण होने के लिए छात्र को 11वीं तथा 12वीं के सिलेबस का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। साथ ही परीक्षा के पैटर्न का भी पूरा ज्ञान होना चाहिए।

NEET की परीक्षा हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों माध्यमों के द्वारा की जा सकती है। यह परीक्षा ऑफलाइन कराई जाती है। इस परीक्षा में छात्र को सही जवाब देने पर चार अंक तथा गलत जवाब देने पर एक अंक की कटौती की जाती है।

NEET की परीक्षा में 45 अंक का जूलॉजी , 45 अंक का बोटनी ,45 अंकों का फिजिक्स तथा 45 अंकों का केमिस्ट्री के प्रश्न पूछे जाते हैं। इस तरह से कुल मिलाकर 180 अंकों की प्रश्न होते हैं।इस परीक्षा के दौरान जिन छात्रों के अंक सर्वाधिक या अच्छे होते हैं उन्हें अच्छे रैंक के कॉलेज तथा कोर्सेज मिलते हैं।

यदि नीट के एग्जाम में रैंक अच्छा हो तभी आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन आसानी से मिल जाता है वहीं अगर रैंक अच्छा नहीं है या थोड़ा आता है तो आपको प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन मिलता है ।

इसलिए छात्रों को अगर अच्छे मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री लेनी है तो वह कोशिश करें कि नीट के एग्जाम में अच्छे मार्क्स से पास हो ताकि उन्हें सरकारी कॉलेज मिल सके ।

डॉक्टर बनने के लिए Courses

NEET की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को अच्छा डॉक्टर बनने के लिए निम्न कोर्स में दाखिला लेना पड़ता है,

  • MBBS
  • BDS
  • BHMS
  • BAMS
  • BOD
  • BPT

जिसे करने के बाद छात्रों को डॉक्टर की उपाधि प्राप्त होती है। उपरोक्त कोर्स करने के लिए कितनी समय अवधि तथा कितना फीस लगता है इनके बारे में हम क्रम से बताएंगे ।

1. MBBS डॉक्टर

एमबीबीएस डॉक्टर बनने के लिए कुल 5.5 वर्ष की अवधि पूरी करनी पड़ती है जिसमें 1 वर्ष का इंटरशिप होता है। 4- 5 वर्ष की पढ़ाई के बाद एमबीबीएस कॉलेज पुन्ह एक एग्जाम का आयोजन करता है जिसे उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को एक वर्ष का इंटरशिप प्राप्त होता है । किसी प्राइवेट कॉलेज से एमबीबीएस कोर्स की फीस 8 से 10 लाख के बीच होती है।

2. बीडीएस ( बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी )

डॉक्टरी के इस कोर्स की अवधि 5 साल की होती है । जिसमें लगभग 6 से 8 लख रुपए का खर्चा आता है।

3. BHMS

बीएचएमएस करने के पश्चात छात्र होम्योपैथिक डॉक्टर बन सकता है। इस कोर्स में भी लगभग 5 वर्ष का समय लगता है तथा छात्र को 7 से 8 लख रुपए खर्च करने पड़ते हैं।

4. BAMS

इस कोर्स को करने के बाद छात्र आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकता है ।इस में भी छात्र को 5.5 साल का समय देना पड़ता है तथा इस पूरे कोर्स का फीस 6:30 लाख से 8 लाख के आसपास होता है।

5. BUMS

इस संपूर्ण कोर्स को करने के बाद छात्र यूनानी डॉक्टर बनते हैं ।इस संपूर्ण कोर्स का भी समय 5.5 साल का होता है तथा छात्रों की फीस 6 से 8 लख रुपए के आसपास होती है ।

6. बीएनवायएस

इस कोर्स को करने के बाद छात्र एक प्राकृतिक यौगिक डॉक्टर बनते हैं तथा इस कोर्स के पूरा 5 से 8 लख रुपए का खर्चा आता है तथा पूरे कोर्स के समय अवधि 5.5 साल होती है।

7. BPT ( बैचलर ऑफ़ फिजियोथैरेपी )

इस पूरे कोर्स में 4 साल का वक्त लगता है । इसके बाद छात्र फिजियोथैरेपिस्ट बनते हैं । फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर एक्सरसाइज की सहायता से हड्डियों और मांसपेशियों के दर्द का इलाज करते हैं इस डॉक्टरी का पूरा फीस 5 से 7 लाख के बीच में आता है।

8. BOT (बैचलर ऑफ़ ऑक्यूपेशनलथेरेपी )

इस फोर्स को करने के बाद डॉक्टर शारीरिक और मानसिक रूप से डिस्टर्ब मरीजों की थेरेपी के माध्यम से इलाज करते हैं यह कोर्स पूर्णता 4 साल में होता है। इस पूरे कोर्स में छात्र का 4 से 7 लाख के बीच खर्चा आता है।

नीट की परीक्षा अगर अच्छे रैंक में पास की जाए तो छात्रों को एक फायदा जरूर मिलता है कि उन्हें सरकारी कॉलेज मिलते हैं जहां छात्रों की कम फीस लगती है तथा इन कॉलेज की मान्यता भी प्राइवेट कॉलेज की अपेक्षा ज्यादा होती है जिस वजह से उन्हें नौकरी मिलने में भी आसानी होती है।

परंतु अगर सरकारी कॉलेज ना प्राप्त हो तो इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं होती भारत में कई अच्छे प्राइवेट कॉलेज भी है जिनमें अध्ययन कर छात्र 12वीं के बाद एक अच्छा डॉक्टर बन सकता है।

कैसे बने एक अच्छा डॉक्टर??

एक अच्छा डॉक्टर जहां लोगों की मदद करते हुए दुआएं लेता है वही उसकी अच्छी कमाई भी होती है। अच्छी स्कूली शिक्षा तथा अच्छे कोर्सेज के अलावा एक अच्छे डॉक्टर के पास यह निम्न खूबियां भी होना जरूरी होती है।

  • एक अच्छे डॉक्टर के पास मरीजों से बात करने तथा उसकी समस्या को बेहतरीन तरीके से सुनने तथा समझने की क्षमता होनी चाहिए।
  • एक अच्छे डॉक्टर को मरीज के भावों को समझते हुए अपने भाव पर नियंत्रण रखना चाहिए, अर्थात डॉक्टर को इमोशनल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हमेशा करना चाहिए।
  • डॉक्टर को मरीज की छोटी-छोटी समस्या को अच्छी प्रकार से समझ कर तथा सुलझाने की क्षमता होनी चाहिए।

एक डॉक्टर के हाथ में एक मरीज के जान तथा उसकी बेहतर से बेहतर इलाज देने की जिम्मेदारी होती है। सही समय पर सही फैसला लेने की क्षमता अगर किसी डॉक्टर के पास हो तभी मरीज की जान बच सकती है अन्यथा मरीज अपने जान से हाथ धो बैठेगा । उपरोक्त दी गई सभी विवरण को अगर हम सामान्य जीवन में अपनाया जाय तो आपका बच्चा एक अच्छा डॉक्टर बन सकता है ।

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